अखरता बहुत है
||कल्पनाएं|| कई बार ऐसा होता है कि हम सोचते सोचते ऐसी दुनिया का निर्माण कर देते हैं जिसमें वह सारी […]
जिंदगी एक जिंदगी मे इंसान कितनी जिंदगियाँ जी लेता है कभी खुद के, कभी अपनों के, कभी हालातों के हिसाब
भौतिकता या आत्मीयता हर चीज को भौतिक रूप में पाना ही हमे सबसे ज्यादा जरुरी लगता है किंतु हम