समझना बातों के अर्थ
|| समझना || बातों के अर्थ ….ऐसी दुविधा जीवन मे कई बार आई होगी जब हम जो कहना चाहते है […]
जिंदगी एक जिंदगी मे इंसान कितनी जिंदगियाँ जी लेता है कभी खुद के, कभी अपनों के, कभी हालातों के हिसाब
भौतिकता या आत्मीयता हर चीज को भौतिक रूप में पाना ही हमे सबसे ज्यादा जरुरी लगता है किंतु हम